तन्हा लम्हों में तुझे चुनकर,

Image
तन्हा लम्हों में चुनकर, एक आशियाना बनाने की कोशिश करता हूँ, हार जाता हूँ, हर दफा, जब भी मुस्कुराने की कोशिश करता हूँ!

सपनो की मंजिल पास नहीं होती,,

सपनो की मंजिल पास नही होती, जिंदगी हरपल उदास नहीं होती, खुदा पर यकीन रखना मेरे दोस्त, कभी कभी वो भी मिल जाती हैं जिसकी आश नहीं होती।

Comments

Popular posts from this blog

साली बिजली चली गई।