तन्हा लम्हों में तुझे चुनकर,

Image
तन्हा लम्हों में चुनकर, एक आशियाना बनाने की कोशिश करता हूँ, हार जाता हूँ, हर दफा, जब भी मुस्कुराने की कोशिश करता हूँ!

वक़्त।

वक़्त वो तराजू हैं जनाब जो बुरे वक्त में अपनों का वजन बता देता है

Comments